फिटनेस में लापरवाही कहीं आपकी शांख के तारे पर न पड़ जाए भारी

 आरटीओ में दलालों का राज है.... इससे तो हम सभी बड़े अच्छे से परिचित हैं लेकिन आरटीओ अब भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को लांघते हुए आपकी आंख के तारे की जान के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहा। इसलिए यह खबर सिर्फ आपके लिए है कि इस बात की अच्छे से पड़ताल कर ले कि आपकी आंख के तारे को स्कूल जाने में कोई तकलीफ न हो इसके लिए आप जिन स्कूली बसों का इस्तेमाल कर रहे हैं.... क्या उन्हें आरटीओ फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया है। अब यह पड़ताल तो आप कर लेंगे लेकिन यह कैसे जान पाएंगे कि यह फिटनेस सर्टिफिकेट आरटीओ के सक्षम अधिकारियों की निगरानी में हुआ है या महज खानापूर्ति के तहत पूरा फिटनेस प्रमाण पत्र कुछ ले-देकर किया गया है। अभी कुछ दिनों पहले कन्नौज में दुर्घटनाग्रस्त हुई बस हादसे में कई सांसे थम गई जिसके बाद जांच में इस बस के आपातकालीन दरवाजे से लेकर इसमें कई खामियां भी मिली। इस सबके इतर आपको बताते चलें कि कानपुर आरटीओ इस वक्त भ्रष्टाचार के चरम सीमा पर पहुंच चुका है। हाल तो यहां तक आ पहुंचा है कि बुधवार को जब हमारे संवाददाता की नजर यहां पर फिटनेस के लिए आई एक स्कूली बस (गाड़ी संख्या- यूपी 78CT 1790) पर पड़ी तो पता चला कि लम्बे इंतजार के बाद भी इसकी फिटनेस जांचने के लिए कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर नहीं आया और बिना जांच-पड़ताल के ही इस स्कूली बस को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आगे की प्रक्रिया शुरू की जाने लगी। कहीं ना कहीं आरटीओ के सक्षम अधिकारियों की स्कूली बसों के पूर्व लोकतंत्र बचाओ फिटनेस के प्रति बढ़ती जा रही संवेदनहीनता और लापरवाही आने वाले वक्त में कन्नौज बस हादसे जैसी ही अप्रिय घटनाओं को दावत देने का काम कर रही है और हम इस खबर के माध्यम से अभिभावकों को सावधान करने का प्रयास कर रहे हैं। बचाओ आंदोलन के